यदि आपने भारतीय रेल से कभी यात्रा की हो या टिकट ख़रीदा हो तो आपने ध्यान दिया होगा कि यह विभिन्न श्रेणियों में बंटा हुआ है। आज इस आलेख में हम बात कर रहे हैं भारतीय रेल के कोच की एक श्रेणी एस.एल.आर. (SLR Coach) के बारे में! क्यों? क्योंकि इस कोच में विकलांग व्यक्ति आसानी से यात्रा कर सकते हैं।
एस.एल.आर. कोच क्या है?
एस.एल.आर. कोच का अर्थ है ‘सीटिंग-कम-लगेज-रेक’। The full form of SLR Coach is Seating-cum-Luggage-Rake
इसे आम बोलचाल में सीटिंग, लगेज संग गार्ड ब्रेक यान भी कहते हैं।
बाहर से देखने और आकार में SLR coach किसी भी आम रेल कोच की तरह ही होते हैं पर भीतर से इसकी रूप-रेखा काफ़ी अलग होती है। SLR coach वास्तव में ट्रेन की सुरक्षा के लिए गार्ड ब्रेक यान होते हैं जिसमें गार्ड के लिए ज़रूरी जगह के बाद बची हुई जगह को दो भागों में बाँट कर लगेज और कुछ यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था कर दी जाती है। ये कोच आरक्षित श्रेणी में आते हैं और अमूमन विकलांगों या महिलाओं के लिए आरक्षित होते हैं। रखे गए सामान (रेल पार्सल) और यात्रियों की सुरक्षा के लिए इस कोच में आर.पी.ऍफ़. के जवान भी मौजूद होते हैं।
एक ट्रेन में दो SLR coach होते हैं जिनमें से एक ठीक इंजन के पीछे और एक ट्रेन के सबसे आख़िर में होता है। ये कोच केवल आई.सी.ऍफ़. कोच के साथ चल रही ट्रेनों, जैसे कि मेल एक्सप्रेस ट्रेन या सुपेरफास्ट ट्रेन, में ही लगे होते हैं।
एस.एल.आर.डी. कोच क्या है?
SLRD coach एस.एल.आर. कोच की ही एक उप-श्रेणी है। जैसा कि हमने पहले बताया कि एस.एल.आर. कोच विकलांग यात्रियों या महिला यात्रियों (अकेली या तीन वर्ष से कम के बच्चे से साथ सफ़र करती महिला) के लिए आरक्षित होता है। यदि किसी एस.एल.आर. कोच को चिन्हित रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित कर दिया गया हो तो उसमें दिव्यांग का ‘डी’ जुड़ जाता है। इस कोच में SLRD coach में विकलांग यात्रियों के लिए विशेष रूप से बनाए गए टॉयलेट्स भी होते हैं।
क्या आपने कभी किसी ट्रेन के एस.एल.आर. कोच में यात्रा की है? यदि हाँ तो कमेंट में हमें अपना अनुभव ज़रूर बताएँ।
Bilkul sahi likha hai aapne
दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित कोच रेलवे स्टेशन पर प्रवेश द्वार के ठीक सामने गाड़ी रुकने पर आए तो इन यात्रियों को अधिक सुविधा होगी क्योंकि उनको आगे और पीछे प्लेटफार्म पर चलकर जाने में है सुविधा रहती है
Iekh sahi he aapka sir magar graund report alag hi he aaj 19/6/2024 ko me jodhpur indor se kota ke raste safar kar raha hoon ham dono miya bivi viklang he magar hame Jaipur r w station se viklang dabbe me jagah nahi mili hame dusre dabbe me yatra karni pad rahi he toilet ke pas
मैं 85% दिव्यांग हूँ. क्या दिव्यांग बोगी मे दिव्यांग के साथ उसका सहायक बैठ सकता है ? कृपया जल्दी जवाब दें क्योंकि पटना से दिल्ली दिव्यांग बोगी मे जाना चाहता हूँ.
कुछ रेल गाडी मे दिव्यांग बोगी नही रहती तभी दिव्यांग सफर कैसा करना चाहिए
Prayagraj express mein viklang bogi kahan per lagti hai