विकलांगता की परिभाषा और विकलांगता का अर्थ

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विकलांगता शब्द सुनते ही हम सब अपने मन में कमोबेश एक-सी छवि गढ़ लेते हैं। शायद यही कारण है कि हम इस बात पर सामान्यतः ध्यान ही नहीं देते कि कोई समुदाय, देश, संस्थान, शब्दकोश या विश्वकोश इस शब्द को कैसे परिभाषित करता है। वास्तविकता यह है कि विकलांगता को अलग-अलग स्थानों पर अलग तरीके से परिभाषित किया जाता है। यहाँ सवाल यह उठता है कि विकलांगता की परिभाषा जानना और इसके अर्थ को समग्रता से समझना क्यों ज़रूरी है?

तो चलिए इस आलेख में विकलांगता की परिभाषा और उसके अर्थ के विषय में बात करते हैं!

इससे पहले कि हम विकलांगता की परिभाषा जाने – यह समझना ज़रूरी है कि आख़िर विकलांगता को परिभाषित करने की आवश्यकता ही क्यों है? कोई भी परिभाषा हमें एक शब्द या अवधारणा को सामान्य रूप से समझने में मदद करती है। किसी भी शब्द की सटीक परिभाषा यह तय करती है कि बोलने वाले और सुनने वाले उस शब्द को एक ही तरह से समझें। परिभाषा के अभाव में किसी की बात का एक बिलकुल अलग अर्थ निकाला जा सकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू. एच. ओ.) द्वारा दी गई विकलांगता की परिभाषा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू. एच. ओ.) द्वारा दी गई विकलांगता की परिभाषा के तीन आयाम हैं:

  1. शारीरिक संरचना या शारीरिक व मानसिक कार्यक्षमता में कोई ख़राबी या दुर्बलता; उदहारण के तौर पर हाथ या पैर की क्षति, दृष्टि या यादाश्त की क्षति।
  2. कार्यक्षमता में कमी, जैसे कि देखने, चलने, सुनने या समस्या को हल करने की क्षमता में कमी का होना।
  3. रोजमर्रा की सामान्य गतिविधियों, जैसे कि काम करने, सामजिक या मनोरंजक गतिविधियों का हिस्सा होने या स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा पाने में असमर्थता।

विभिन्न शब्दकोशों में विकलांगता की परिभाषा

मेरियम वेबस्टर के अनुसार विकलांगता एक शारीरिक, मानसिक, संज्ञानात्मक या विकासात्मक स्थिति है जो किसी भी व्यक्ति के किसी सामान्य दैनिक जीवन से जुड़े कार्य, बातचीत या गतिविधि को करने या उनमें शामिल होने की क्षमता को बाधित या सीमित करती है।

ध्यान दें तो आप पाएँगे कि यह परिभाषा विकलांगता के सभी पहलुओं को छूती है और यह भी स्पष्ट रूप से बताती है कि विकलांगता व्यक्ति के जीवन के किन-किन आयामों को प्रभावित कर सकती है।

ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी विकलांगता को एक शारीरिक व मानसिक स्थिति के रूप में परिभाषित करती है जो व्यक्ति की गतिविधियों, इन्द्रियों और कार्यों को बाधित करती है।

डिक्शनरी डॉट कॉम विकलांगता को ज्यादा व्यवहारिक रूप में परिभाषित करती है। इसके अनुसार विकलांगता एक शारीरिक या मानसिक विकलता है, विशेषतः वह जो एक व्यक्ति को सामान्य ज़िन्दगी जीने या अपनी जीविका कमाने से रोकती हो।

यह परिभाषा रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में विकलांगता के प्रभाव के विषय में बात करती है। यह इस बात पर भी विशेष ध्यान दिलाती है कि विकलांगता एक व्यक्ति के जीविका के साधन खोजने या काम पर बने रहने की क्षमता पर भी असर डालती है।

विभिन्न देशों में विकलांगता की परिभाषा

इक्वलिटी एक्ट 2010 के मुताबिक़ यूनाइटेड किंगडम विकलांगता को इस प्रकार परिभाषित करता है – “इस एक्ट के तहत एक व्यक्ति को विकलांगता है यदि उस व्यक्ति में शारीरिक या मानसिक विकलता है और यह विकलता इस हद तक है कि वह उसके दीर्घकालिक दैनिक कार्यों में रुकावट डालती है।”

अमेरिका में विकलांगता की परिभाषा काफ़ी विस्तृत है। अमेरिकंस विद डिसेबिलिटी एक्ट विकलांग व्यक्ति को ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है जिसे कोई ऐसी शारीरिक या मानसिक विकलता हो जो उसके जीवन के किसी भी प्रमुख पहलू को प्रभावित करती हो या उसमें बाधा डालती हो।

दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश, चीन, एक विकलांग व्यक्ति को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है जो शारीरिक या मानसिक रूप से असमान्य हो, या उसकी शारीरिक संरचना, अंग विशेष या उसके कार्य की क्षमता में कमी या हानि से प्रभावित है और जो सामान्य तरीके से गतिविधियों में संलग्न होने की क्षमता को पूरी तरह या आंशिक रूप से खो चुका है।

कनाडा के कैनेडियन ह्युमन राइट्स एक्ट के तहत विकलांगता की परिभाषा इस प्रकार है “एक शारीरिक या मानसिक स्थिति जो स्थायी या पुनरावृत हो और इस स्तर तक हो कि व्यक्ति के सामान्य जीवन की ज़रूरी गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करे।”

डिसेबिलिटी डिस्क्रिमिनेशन एक्ट 1992 के तहत ऑस्ट्रेलिया में विकलांगता को निम्न तरीके से परिभाषित किया जाता है –

  • व्यक्ति की शारीरिक या मानसिक कार्यक्षमता में पूर्ण या आंशिक क्षति
  • शरीर के किसी अंग की पूर्ण या आंशिक क्षति
  • रोग या बीमार करने वाले जीवों की शरीर में उपस्थिति
  • व्यक्ति के शरीर के किसी भाग में विकृति, विरूपता या खराबी
  • एक विकार या खराबी जिसके कारण व्यक्ति के सीखने की क्षमता बिना विकार वाले व्यक्तियों से अलग हो जाए
  • एक विकार, रोग या बीमारी जो किसी व्यक्ति के सोचने-विचारने की क्षमताओं, उनकी वास्तविकता की धारणा, भावनाओं या निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करती हो, या जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति का व्यवहार अशांत या व्याकुल हो जाता है

ब्राज़ील में विकलांगता की परिभाषा ब्राज़ीलियन लॉ ऑन दी इन्क्लुज़न के तहत दी गई है। यह कानून किसी भी व्यक्ति को विकलांग मानता है यदि –

  • व्यक्ति दीर्घकालिक विकलता से जूझ रहा हो
  • विकलता शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या संवेदना से जुड़ी हो
  • एक या अधिक रुकावटों के होने पर यह विकलता व्यक्ति को समाज में सामान्य तरीके से बराबरी की भागीदारी निभाने से रोकती हो

जापान का डिसेबल्ड पर्सन्स फंडामेंटल लॉ विकलांग व्यक्तियों को इस तरह परिभाषित करता है “ऐसे व्यक्ति जिनका किसी शारीरिक, मानसिक या बौद्धिक (विकास सम्बन्धी कारणों समेत) विकलता या विकलांगता के कारण व्यवसायिक जीवन काफ़ी प्रतिबंधित हो या जिन्हें इसी वजह से लम्बे वक़्त तक व्यवसायिक जीवन में अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा हो।”

जर्मन सोशल कोड विकलांगता को कुछ इस तरह परिभाषित करता है – “शारीरिक या मानसिक अवस्था का स्थाई ह्रास जो किसी अनियमित अवस्था के कारण हो ना कि उम्र या अस्थाई बीमारी जैसे कारणों से।”

फ़्रांस ने विकलांग व्यक्तियों को समान अवसर देने में काफ़ी प्रगति की है। फ्रांस में विकलांगता की परिभाषा है – “समाज में भागीदारी निभाने में कोई भी बाधा जो किसी ऐसी बड़ी, स्थाई स्थिति के कारण हो जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक या सम्वेदिक क्षमताओं को प्रभावित करती हो, इसमें संज्ञानात्मक और मनोरोग सम्बन्धी स्थितियों के साथ ही अक्षम कर रही पुरानी बीमारियाँ भी शामिल हैं।”

मिस्र का रिहैबिलिटेशन लॉ विकलांग व्यक्ति की परिभाषा इस प्रकार देता है – “किसी भी व्यक्ति को विकलांग मना जा सकता है अगर वे आत्मनिर्भर रहने में असमर्थ हो जाते हैं और लगातार इसी स्थिति में बने रहते हैं।”

रूस की परिभाषा के मुताबिक़ “एक विकलांग व्यक्ति वह व्यक्ति है जिसका स्वास्थ्य किसी स्थाई विकलता या अंगों की कार्यक्षमता में गड़बड़ी, बीमारी, दुर्घटना या चोट आदि के कारण बिगड़ा हुआ हो जिसके कारण उसकी कार्यक्षमता में बाधा पड़ती हो और जिसके कारण उसे सामाजिक सुरक्षा देना ज़रूरी हो जाता हो।”

कोस्टा रिका का कानून विकलांगता को बहुत सरल शब्दों में परिभाषित करता है – “विकलांगता शारीरिक, मानसिक और संवेदना से जुड़ी वह विकलता है जो किसी व्यक्ति की प्रमुख गतिविधियों में से एक या अधिक को सीमित करती है।”

विकलांगता का अर्थ

ऊपर लिखी परिभाषाओं को पढ़ते हुए आपको यह समझ आ गया होगा कि अलग-अलग समाज में विकलांगता को अलग तरीके से देखा जाता है। अधिकांश विकसित देशों में विकलांगता को मानव जीवन का हिस्सा माना जाता है। ऐसे समाज में ऐसी व्यवस्थाएँ की जाती हैं कि एक विकलांग व्यक्ति भी रोजमर्रा की हर गतिविधि में हिस्सा ले सके। इन जगहों पर अमूमन लोग यह मानते हैं कि स्थाई या अस्थाई रूप से हर व्यक्ति अपने जीवन में विकलांगता को कभी-न-कभी महसूस करता है। यही कारण है कि यहाँ विकलांगता को एक सामान्य प्राकृतिक घटना की तरह देखा जाता है।

गैर-विकसित और कम पढ़े-लिखे समाज में विकलांगता को विकलांग व्यक्ति की निजी समस्या के रूप में देखा जाता है। विकलांगता को अक्सर पूर्व जन्म के बुरे कर्मों से भी जोड़ दिया जाता है। ऐसे समाज में आधारभूत संरचनाओं को विकलांग लोगों के लिए सुगम्य बनाने पर कोई ख़ास ध्यान नहीं दिया जाता। ऐसी जगहों पर विकलांगजन के पास कोई विशेषाधिकार भी नहीं होते।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि विकलांगता एक सापेक्ष शब्द है – जिसका अर्थ अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग हो सकता है।

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