विकलांगता

a wheelchair user in war zone

युद्ध की आग में विकलांगजन – उपेक्षित और अनदेखी चुनौती

युद्ध का वास्तविक चेहरा केवल सैन्य बलों या युद्ध के मैदान में दिखने वाली विजय में नहीं, बल्कि उन अनदेखी आवाज़ों में छिपा है, जो संघर्ष के बीच अपनी सुरक्षा और अधिकारों की मांग करती हैं।

boy on railway track

जीवन को जीने की लालसा

मुकेश सब समझ गया कि क्यों पुजारी जी उसे यहाँ लेकर आये थे। वह दौड़कर पुजारी जी के पास पहुँचा और उन्हें गले से लगा लिया। वह समझ गया था कि जीवन का मूल्य क्या है। उसकी आँखों से प्रेम और ग्लानि के मिश्रित अश्रु बह रहे थे।

horse and his owner story by himanshu kumar singh

एक घोड़ा जो दौड़ा नहीं…

विकलांग व्यक्ति सिर्फ सहानुभूति के पात्र नहीं, वे सम्मान, अवसर और बराबरी के हकदार हैं। अब समय आ गया है कि समाज अपनी सोच बदले, ताकि हर व्यक्ति अपनी शर्तों पर जी सके, और कोई भी घोड़ा सिर्फ इसलिए मौत के घाट न उतार दिया जाए क्योंकि वह दौड़ नहीं सकता।

A vector image showing a person in wheelchair at the airport and an airplane taking off in the background.

क़िस्सा व्हीलचेयर से हवाई यात्रा का…

टिकट बुक कराने से पहले यह भी पुष्टि कर लें कि आपकी अपनी व्हीलचेयर पैक करने के लिए आपको भुगतान तो नहीं करना पड़ेगा क्योंकि लगभग सभी एयरलाइन यह सुविधा निशुल्क देती हैं, सिर्फ एयर इंडिया को छोड़कर।

madhya pradesh chief minister mohan yadav's statement about disabled people

“चल जा यहाँ से” — यह दुत्कार क्यों मुख्यमंत्री जी?

मन इतना क्षुब्ध है कि मुख्यमंत्री और मीडिया को बहुत कुछ कहना चाहता है लेकिन हमें कोशिश करनी चाहिये कि हम मुख्यमंत्री मोहन यादव की तरह रौ में न बहें और गरिमापूर्ण आचरण करें। इसलिये बस इतना ही कहूँगा कि मुख्यमंत्री को अपनी इस टिप्पणी के लिये क्षमा मांग लेनी चाहिये।

madhya pradesh chief minister mohan yadav's statement about disabled people

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, मोहन यादव, द्वारा विकलांग व्यक्तियों के संबंध में दिया गया बयान

मुख्यमंत्री के मुख्य मंत्री मोहन यादव द्वारा विकलांजन के बारे में दिया गया यह बयान असंवेदनशील, अपमानजनक और भेदभावपूर्ण है। यह भारतीय संविधान, लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक समरसता के खिलाफ है।

Rainbow 2025 is organized by Kothari International School, Noida

रेनबो 2025: विविधता का पर्व

रेनबो 2025 कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के प्रतिभागी विद्यार्थियों ने गीत गाए, नृत्य किया, पेंटिंग की, ड्रॉइंग की, मॉडल्स बनाये… इसके अलावा भी और अनेक गतिविधियों में इन बच्चों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की।

wheelchair facility in ahamdabad metro

अहमदाबाद मेट्रो में यात्रा का मेरा अनुभव

कलाराम राजपुरोहित अहमदाबाद मेट्रो में व्हीलचेयर पर अपने सफ़र के अनुभव को इस आलेख में बता रहे हैं। वे अहमदाबाद मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी दे रहे हैं।

banner image for viklangta dot com

निओमोशन व्हीलचेयर: क्या खराब क्या अच्छा

निओमोशन कम्पनी की निओ-फ़्लाई व्हीलचेयर की अच्छी और ख़राब बातें। यह व्हीलचेयर ख़रीदने से पहले आपको ये बातें जान लेनी चाहिये।

woman wheelchair user in office

क्या पुष्पा को अपने अफसर से विवाद करना चाहिए?

अभी तुम्हारी नौकरी चल रही खर्चा-पानी निकल रहा है, कहाँ आजकल विकलांगजन को नौकरी मिल रही है? तुम चुपचाप शांत होकर अपना काम करती रहो। ज़्यादा हीरोइन बनने की कोशिश मत करो।

Samyak Lalit wandering in the streets of Goa on wheelchair

क्या गोआ विकलांगजन के लिये सुविधाजनक है?

गोआ में ऐसी बहुत-सी दुकानें और रेस्त्रां मिल जाएँगे जिनमें व्हीलचेयर आराम से जा सकती है। यह गोआ का एक अच्छा पक्ष है। ट्रैफ़िक भी अधिक नहीं है इसलिये आप किसी भी जगह आराम से गाड़ी में बैठ व उतर सकते हैं।

legal law statue of lady justice

केवल विकलांगता के आधार पर कोर्सों में दाखिला नहीं रोका जा सकता: सुप्रीम कोर्ट

ऐसे ही एक विद्यार्थी की याचिका पर निर्णय देते हुए कोर्ट ने कहा कि यदि विकलांगजन को उचित समायोजन (reasonable accommodation) से वंचित किया जाएगा तो यह मौलिक अधिकार का हनन होगा और यह राष्ट्र के लिये हानिकर भी साबित होगा।

woman wheelchair rape victim

विकलांगता और अपराध: एक संवेदनशील सामाजिक चुनौती की पड़ताल

विकलांगता से प्रभावित व्यक्ति न केवल अपराध का शिकार होते हैं, बल्कि कुछ दुर्लभ मामलों में अपराधी भी बन सकते हैं। ऐसे मामलों में न्यायिक प्रणाली और समाज की जिम्मेदारी बनती है कि वह विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करे और उन्हें अपराध के जाल से बचाए।

banner image for viklangta dot com

“लंगड़ा बनाया गर्लफ़्रेंड”

लगभग मुफ़्त में बनने और प्रसारित होने वाला यह कंटेंट हर तरह की ज़िम्मेदारी से रिक्त होता है। मोबाइल कैमरा इन युवाओं के हाथों में उसी तरह है जैसे बंदर के हाथ में उस्तरा।

wheelchair user in a govt office

विकलांगजन और सरकारी नौकरी: लोकेन्द्र सिंह

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में बहुत अंतर होता है। प्राइवेट नौकरी एक बहती नदी की तरह होती है, आज आप इस कम्पनी में तो कल किसी दूसरी कंपनी में लेकिन सरकारी नौकरी एक समुद्र की तरह होती है, सालो-साल एक ही जगह, एक ही टेबल पर, वही रोज के लोगो के साथ काम करते समय निकल जाता है।