बेनो ज़ेफ़ीन – ईश्वर का खज़ाना
भारतीय विदेश सेवा (IFS) में देश की पहली पूर्णतः दृष्टिबाधित महिला अधिकारी बेनो ज़ेफ़ीन को 2018 में उनके सिविल सेवा के प्रति दृढ़ निश्चय व लगन के लिए राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया।
भारतीय विदेश सेवा (IFS) में देश की पहली पूर्णतः दृष्टिबाधित महिला अधिकारी बेनो ज़ेफ़ीन को 2018 में उनके सिविल सेवा के प्रति दृढ़ निश्चय व लगन के लिए राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया।
मुकेश सब समझ गया कि क्यों पुजारी जी उसे यहाँ लेकर आये थे। वह दौड़कर पुजारी जी के पास पहुँचा और उन्हें गले से लगा लिया। वह समझ गया था कि जीवन का मूल्य क्या है। उसकी आँखों से प्रेम और ग्लानि के मिश्रित अश्रु बह रहे थे।
विकलांग व्यक्ति सिर्फ सहानुभूति के पात्र नहीं, वे सम्मान, अवसर और बराबरी के हकदार हैं। अब समय आ गया है कि समाज अपनी सोच बदले, ताकि हर व्यक्ति अपनी शर्तों पर जी सके, और कोई भी घोड़ा सिर्फ इसलिए मौत के घाट न उतार दिया जाए क्योंकि वह दौड़ नहीं सकता।
टिकट बुक कराने से पहले यह भी पुष्टि कर लें कि आपकी अपनी व्हीलचेयर पैक करने के लिए आपको भुगतान तो नहीं करना पड़ेगा क्योंकि लगभग सभी एयरलाइन यह सुविधा निशुल्क देती हैं, सिर्फ एयर इंडिया को छोड़कर।
मन इतना क्षुब्ध है कि मुख्यमंत्री और मीडिया को बहुत कुछ कहना चाहता है लेकिन हमें कोशिश करनी चाहिये कि हम मुख्यमंत्री मोहन यादव की तरह रौ में न बहें और गरिमापूर्ण आचरण करें। इसलिये बस इतना ही कहूँगा कि मुख्यमंत्री को अपनी इस टिप्पणी के लिये क्षमा मांग लेनी चाहिये।
मुख्यमंत्री के मुख्य मंत्री मोहन यादव द्वारा विकलांजन के बारे में दिया गया यह बयान असंवेदनशील, अपमानजनक और भेदभावपूर्ण है। यह भारतीय संविधान, लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक समरसता के खिलाफ है।
दंगा करने से किसी की रक्षा नहीं होती केवल जन और अंग क्षति ही होती है। हमारे अंगों की खाद और हमारे रक्त से इन नेताओं और भविष्य के नेताओं के राजनीति वृक्ष को हम कब तक पोषित करते रहेंगे? बेरोजगार युवा दंगे में शामिल होकर कब तक विकलांग बनते रहेंगे?
निकलस पूरन जिन्हें बचपन में हुए एक हादसे के बाद डॉक्टरों ने यह कह दिया था कि अब शायद ही कभी अपने पैरों पर चल सकेंगे वे निराश हो जाते तो आज दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में उनका नाम नहीं होता और वेस्टइंडीज टीम के कप्तान नहीं बन पाते।
रेनबो 2025 कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के प्रतिभागी विद्यार्थियों ने गीत गाए, नृत्य किया, पेंटिंग की, ड्रॉइंग की, मॉडल्स बनाये… इसके अलावा भी और अनेक गतिविधियों में इन बच्चों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की।
कविता कोश, गद्य कोश, WeCapable.com, दशमलव यूट्यूब चैनल और viklangta.com के संस्थापक सम्यक ललित के साथ मेरा साक्षात्कार
कलाराम राजपुरोहित अहमदाबाद मेट्रो में व्हीलचेयर पर अपने सफ़र के अनुभव को इस आलेख में बता रहे हैं। वे अहमदाबाद मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी दे रहे हैं।
निओमोशन कम्पनी की निओ-फ़्लाई व्हीलचेयर की अच्छी और ख़राब बातें। यह व्हीलचेयर ख़रीदने से पहले आपको ये बातें जान लेनी चाहिये।
अभी तुम्हारी नौकरी चल रही खर्चा-पानी निकल रहा है, कहाँ आजकल विकलांगजन को नौकरी मिल रही है? तुम चुपचाप शांत होकर अपना काम करती रहो। ज़्यादा हीरोइन बनने की कोशिश मत करो।
अगर बात आम लोगों की करें तो दिव्यांग तो दूर कोई विकलांग कहकर भी संबोधित नहीं करता है विकलांगजन को। लंगड़ा, अंधा, काणा, बहरा, पगलैट, टुंडा, गूंगा, हकला, जैसे उपहासजनक शब्दों का प्रयोग किया जाता है विकलांगों के लिए।
प्रोफ़ेसर अनीता घई का जीवन भारत व विश्व में विकलांगजन के अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु समर्पित रहा। उन्होनें सुगम्यता और यौनिकता विषयों पर महत्त्वपूर्ण काम किया।