legal law statue of lady justice

केवल विकलांगता के आधार पर कोर्सों में दाखिला नहीं रोका जा सकता: सुप्रीम कोर्ट

ऐसे ही एक विद्यार्थी की याचिका पर निर्णय देते हुए कोर्ट ने कहा कि यदि विकलांगजन को उचित समायोजन (reasonable accommodation) से वंचित किया जाएगा तो यह मौलिक अधिकार का हनन होगा और यह राष्ट्र के लिये हानिकर भी साबित होगा।

woman wheelchair rape victim

विकलांगता और अपराध: एक संवेदनशील सामाजिक चुनौती की पड़ताल

विकलांगता से प्रभावित व्यक्ति न केवल अपराध का शिकार होते हैं, बल्कि कुछ दुर्लभ मामलों में अपराधी भी बन सकते हैं। ऐसे मामलों में न्यायिक प्रणाली और समाज की जिम्मेदारी बनती है कि वह विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करे और उन्हें अपराध के जाल से बचाए।

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“लंगड़ा बनाया गर्लफ़्रेंड”

लगभग मुफ़्त में बनने और प्रसारित होने वाला यह कंटेंट हर तरह की ज़िम्मेदारी से रिक्त होता है। मोबाइल कैमरा इन युवाओं के हाथों में उसी तरह है जैसे बंदर के हाथ में उस्तरा।

vivek oberoi as kaal in krishh 3

इलाज या सनक?

विकलांग व्यक्तियों के साथ ऐसा होते बहुत ज्यादा देखा जाता है। इलाज के नाम पर किए जाने वाले झाड़-फूँक, टोने-टोटके फ़िल्म में काल की तरह असंभव को संभव करने की हमारी सनक नहीं तो और क्या है?

wheelchair user in a govt office

विकलांगजन और सरकारी नौकरी: लोकेन्द्र सिंह

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में बहुत अंतर होता है। प्राइवेट नौकरी एक बहती नदी की तरह होती है, आज आप इस कम्पनी में तो कल किसी दूसरी कंपनी में लेकिन सरकारी नौकरी एक समुद्र की तरह होती है, सालो-साल एक ही जगह, एक ही टेबल पर, वही रोज के लोगो के साथ काम करते समय निकल जाता है।

Prof GN Saibaba with his wife Vasantha Kumari

प्रोफ़ेसर जी.एन. साईबाबा का निधन

अपने लिये व्हीलचेयर वे तभी ख़रीद पाये जब उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर की नौकरी मिली। उन्होनें विश्वविद्यालय के रामलाल आनंद कॉलेज में अनेक वर्षों तक अध्यापन कार्य किया।

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एक ख़त – भगवान के नाम

अफसोस कि दुनिया में रहकर भी वह चारों तरफ अजनबी-सा तकता है। तुम्हारे इस कुशाग्र बुद्धि जीव को तुम्हारी भी कोई खबर नहीं। क्या तुम भी भूल गए हो उसे? इतनी भी क्या बेखबरी? कहलाते तो सर्वज्ञाता हो।

accessibility in school toilet

विकलांगजन के लिए सुगमता का महत्त्व

विकलांग व्यक्ति अपनी विकलांगता के कारण पीछे नहीं रहते बल्कि सही सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

India's performance in Paris Paralympics 2024

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन

भारत के खिलाड़ियों ने पैरिस पैरालंपिक 2024 में एथलेटिक्स, शूटिंग, जूड़ो, तीरंदाज़ी और बैडमिंटन में पदक जीते। भारत के प्रदर्शन पर लोकेन्द्र सिंह की रिपोर्ट

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मैं कई बार अकेला महसूस करता हूँ

शायद, एक दिन, मैं इन बीमारियों पर विजय पाकर अपनी ज़िंदगी में कुछ अर्थपूर्ण कर पाऊँ जिससे मैं अपनी और अपने जैसे अन्य लोगों की कुछ मदद कर पाऊं ताकि हम सब मिलकर इस कठिन यात्रा को थोड़ा आसान बना सकें और एक-दूसरे को सहारा दे सकें।

subhash r prajapati

अँधेरे से प्रकाश की ओर

उन्होंने अपंग व्यक्तियों की भावनाओं को समझा. अपने जैसे ही और शारीरिक विकलांगता, अपंगता वाले व्यक्तियों के जीवन में प्रकाश का उजियारा भरने की दिशा में आज वो अपना पहला कदम आगे बढ़ाने को तत्पर है।

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एक दिन में कुछ नहीं होता लेकिन…

एक-एक कर उनकी सेवा समिति की 6 एम्बुलेंस शहर भर में घूमने लगी हादसों में गिरे लोगों को तुरंत हस्पताल पहुँचाने के लिए। उनके द्वारा स्थापित भाई कन्हैया जी सेवा समिति (अब जो भाई कन्हैया जी मानव सेवा ट्रस्ट है) द्वारा आश्रम चला दिए जहाँ लावारिस बेसहाराओं को रिहायश, दवाएं, भोजन और कपड़े मुहैया कराए जाते।

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आदत: एक मनोरोग?

आदत रूपी विकलांगता बहुत व्यापक असर रखती है। अक्सर इसका निदान अपने ही पास होता है जैसे कि समय-समय खुद ही खुद को जाँचते रहना कि कहीं हमारी आदतें लत तो नहीं बन रही।

screen-grab from yuvraj harbhajan and raina's tauba tauba video

युवराज, हरभजन, रैना और तौबा तौबा: विकलांगता का मज़ाक

युवराज सिंह, हरभजन सिंह और सुरेश रैना का वायरल “तौबा तौबा” वीडियो विकलांगता और विकलांगजन का मज़ाक बनाता है। इन खिलाड़ियों और अधिक ज़िम्मेदार होने की आवश्यकता है