Author name: काव्या वर्षा

काव्य वर्षा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली एक लेखिका हैं। आपको सौ-प्रतिशत चलन-सम्बंधी विकलांगता है और आप केवल बायें हाथ की तर्जनी से मोबाइल पर टाइप करके लिखती हैं।

काव्या वर्षा
a wheelchair user man sitting on a roadside alone in night

ओ विकलांग, तुम प्रेम न करना

विकलांगजन में भी प्रेम की चाह होती है, उनमें भी नार्मल लोगों की ही तरह हार्मोन्स होते हैं, इस का सबूत है विकलांग लड़कियों के पीरियड्स, अब जब कुदरत ही भेदभाव नहीं करती नार्मल और विकलांग में तो इस समाज को भी भेदभाव नहीं करना चाहिए।

sad disabled woman

अशिक्षित और कुछ न कमाने वाली विकलांग लड़की के पास कोई विकल्प नहीं होता

इस लेख में काव्य वर्षा अपने ख़ुद के और जान-पहचान की कुछ अशिक्षित और कुछ न कमाने वाली विकलांग लड़कियों की व्यथा बता रही है कि उनके पास कोई विकल्प नहीं होता।